टिहरी गढ़वाल के छात्रों ने नशा मुक्त पहाड़ का लिया संकल्प

साथ राष्ट्रनिर्माण में भी बाधक बनता है, जिस देश का युवा नशे की गिरफ्त में होगा फिर उस देश के लिए एक समृद्ध राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती।

टिहरी गढ़वाल के छात्रों ने नशा मुक्त पहाड़ का लिया संकल्प
“नशे को ना जिंदगी को हाँ” की थीम पर नशे के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान चला रही मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्टाचार निवारक समिति अपने अभियान को जारी रखते हुए आज घनसाली स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, राजकीय इण्टर कॉलेज केमल, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज टिहरी, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज उनियालसारी चम्बा तथा अजय भट्ट सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज चमयाला पहुँची जहां मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्टाचार निवारक समिति उत्तराखंड के अध्यक्ष एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने स्कूली छात्र-छात्राओं से युवा संवाद के जरिए नशे से दूर रहने की अपील की। उन्होंने युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए कहा कि किसी भी तरह का नशा इंसान को शारीरिक मानसिक से कमजोर तो करता ही है

साथ राष्ट्रनिर्माण में भी बाधक बनता है, जिस देश का युवा नशे की गिरफ्त में होगा फिर उस देश के लिए एक समृद्ध राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने आगाह किया कि आज कुछ विदेशी ताक़तें हमारे देश के युवाओं को नशा रूपी जाल में फँसाना चाहते हैं, जिससे कि वह हमारे देश के युवाओं को उनके लक्ष्य से भटकाकर देश की जड़ों को कमजोर कर सकें। उन्होंने बताया कि आतंकवाद को सबसे ज़्यादा फंडिंग नशे के कारोबार से होती है। जाने अनजाने में नशा करने वाले युवा आतंकवाद को बढ़ावा देते है। अतः हम सब को नशा मुक्त समाज के निर्माण का संकल्प लेना चाहिये। संवाद कार्यक्रम से प्रभावित होकर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज घनसाली के छात्र-छात्राओं ने जीवन में किसी भी तरह का नशा न करने व अपने आस पास के लोगों को भी नशे के खिलाफ जागरूक करने का संकल्प लिया। वहीं सीधा संवाद में स्कूल की एक छात्रा ने कहा कि आज टैक्नोलॉजी के साथ नशे का स्वरूप भी बदल रहा है, मोबाइल की ज्यादा लत भी एक नशे का रूप ले चुकी है, इसमें कई तरह के गेम्स व एप्लिकेशन युवाओं के जीवन पर दुष्प्रभाव डाल रही है।

वहीं चमयाला स्थित अजय भट्ट  सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भी नशे से दूर रहने का संकल्प लिया छात्र-छात्राओं ने सीधे संवाद में शासन-प्रशासन से भी नशीले पदार्थों की बिक्री पर अकुंश लगाने की माँग की। कक्षा 8वीं में अध्ययनरत एक छात्र ने कहा कि सरकार हमारे स्कूलों व मंदिरों के आस-पास नशीले पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिससे कि हम जाने -अनजाने भी कभी इन चीजों का सेवन ना कर सकें।