Pithoragarh: मासूम बच्चे वंश का गला काटने वाले नाना का हुआ बड़ा खुलासा
हत्यारोपी गगन सिंह जो की मासूम बच्चे वंश का नाना था वह लंबे समय से वंश के परिवार के साथ ही रहता था। उसने अपने परिवार के ही चिराग को बुझा दिया।

बीते दिनों राज्य के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के सीमावर्ती गर्गुवा में हुई सनसनीखेज वारदात, जिससे पूरे क्षेत्र में भी हड़कंप मचा हुआ है। अब इस मामले में एक बड़ी खबर सामने आ रही है जिसके मुताबिक हत्यारोपी गगन सिंह जो की मासूम बच्चे वंश का नाना था वह लंबे समय से वंश के परिवार के साथ ही रहता था। उसने अपने परिवार के ही चिराग को बुझा दिया।
जी हां स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक गगन इसी परिवार में पला बढ़ा था। बचपन से ही वह इसी घर में रहता था। आसपास के ग्रामीणों के मुताबिक गगन सिंह सनकी व्यक्ति था। उसे छोटी- छोटी बातों पर ही आक्रोश आ जाता था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी गगन के खिलाफ भादवि धारा 302 और 307 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
हालांकि अभी तक हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है फिर भी ग्रामीणों का कहना है कि बीते दिनों परिवार के बीच कुछ मामूली विवाद के कारण ही गगन ने यह जघन्य कृत्य किया होगा। गौरतलब है कि मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील क्षेत्र के गर्गुवा गांव के सोप तोक निवासी रमेश सिंह कुंवर के 2 वर्षीय मासूम पुत्र वंश कुंवर को नेपाल निवासी उसके रिश्ते के नाना गगन ने धारदार हथियार बड़ियाठ से गला काट कर मौत के घाट उतार दिया था।
इतना ही नहीं गगन ने इसके पश्चात वंश की मां पर भी हमला करने की कोशिश की थी परंतु असफल रहने पर उसने वंश के दादा कुशल सिंह कुंवर पर धारदार हथियार से हमला कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। जिसके बाद हत्यारोपी गगन मौके से फरार हो गया था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन की टीम ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
जबकि गंभीर रूप से जख्मी हुए वंश के दादा को सीएचसी धारचूला में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहां से भी नाज़ुक हालत को देखते हुए उन्हें हल्द्वानी रेफर कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस विभाग की टीम मामले की तहकीकात में जुटी हुई है।