टिहरी बांध से हटाई गई बीस साल पुरानी मस्जिद
वही इन दिनों सोशल मीडिया पर टिहरी बांध पर बनी मस्जिद मामला काफी ट्रेंड कर रहा है

उत्तराखंड में यूं तो हमसब ने हिन्दू मुस्लिम विवाद शायद कम या ना के बराबर ही सुना होगा लेकिन जैसे जैसे समय करवट ले रहा है प्रदेश ना सुनाई देने वाली चीजे भी अब कानों तक आ रही है। वही इन दिनों सोशल मीडिया पर टिहरी बांध पर बनी मस्जिद मामला काफी ट्रेंड कर रहा है। काफी समय से इस बीस साल पुरानी मस्जिद को हटाएँ जाने का प्रयास किया जा रहा था। वही अब खबर है की इस अवैध निर्मित मस्जिद को हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
काफी समय से कर रहे थे मांग
काफी समय से हिन्दू संगठन के लोग इस मस्जिद के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कर रहे थे साथ ही इसे हटाने की मांग भी कर रहे थे। वही ताजा जानकारी के अनुसार 30 सितंबर 2021 को अधिकारियों ने खंड खाला कोटी कॉलोनी से में बनी इस मस्जिद को ध्व स्त करने की कार्यवाही को शुरू कर दिया है! इसी सिलसिले में उत्तराखंड रेबार ने इस पूरी कार्यवाही की वीडियो को भी शेयर किया है!
क्या था पूरा मामला?
इस मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस समय टिहरी बाँध का निर्माण प्रारंभ हुआ था, तब इसका निर्माण करने वाली कंपनी जेपी कंस्ट्रक्शन ने अपने मजदूरों को एक कमरा टीन शेड डालकर नमाज़ पढ़ने के लिए दिया था। बाँध का निर्माण पूरा होने के बाद कंपनी वहाँ से चली गई, जिसके बाद यह भूमि सरकार ने ज़िला पर्यटन के सुपुर्द कर दी थी। विभाग को भूमि दिए जाने के कुछ दिनों बाद ही यहाँ मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों द्वारा मस्जिद होने का दावा किया जाने लगा। वर्ष 2009 में समाप्त हुए टिहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट के बाद से ही इस भूमि पर निरंतर विवाद बना रहा।